वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
मेरठ- सुभारती मेडिकल कॉलेज प्रशासन का एक कारनामा सामने आया हैं। मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल की जांच में सामने आया हैं, कि सुभारती में एक मरीज की छुट्टी 21 मार्च को कर दी गई। उसकी दूसरे अस्पताल में 23 मार्च को मौत भी हो गई। लेकिन सुभारती के कागजों में यह मरीज 25 मार्च तक भर्ती दिखाए रखा, ताकि आयुष्मान का लाभ ले सके।
सीडीओ ने अभी सुभारती को नोटिस भेजा हैं। सीडीओ का कहना हैं, कि सुभारती इस तरह से अन्य मरीजों के साथ भी कर रहा होगा। इसलिए अन्य मरीजों की भी जांच की जाएगी। पकड़े गए इस प्रकरण में डीएम को रिपोर्ट दी जाएगी। इसके बाद पता चलेगा कि सुभारती प्रशासन पर मुकदमा होगा या फिर जुर्माना लगेगा।
सुभारती मेडिकल कॉलेज मेरठ।
शफीना को पेट और सीने में हुआ था दर्द-
दरअसल, लोहिया नगर के आसिफ ने 10 मार्च को अपनी मां शफीना को पेट और सीने में दर्द होने के कारण भर्ती कराया था। आसिफ ने डीएम को शिकायत करते हुए बताया कि 21 मार्च को सुभारती में उसकी मां की तबीयत अधिक बिगाड़ गई। जिस कारण सुभारती के डाक्टरों ने 21 मार्च को ही उसकी मां को एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। यहां पर 23 मार्च को आसिफ की मां की मौत हो गई।